Senior Citizens Ticket Discount 2025: बुजुर्गों को 50% नहीं, 2 गुना राहत का सपना होगा सच

Published On: September 12, 2025
Senior Citizens Ticket Discount 2025

रेलवे ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसका सीधा फायदा अब देश के वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाला है। लंबे समय से यात्री टिकट दरों में छूट की मांग कर रहे थे और आखिरकार रेलवे ने इसमें राहत देने का ऐलान किया है। इस फैसले से लाखों बुजुर्गों की जेब पर बोझ कम होगा और उन्हें यात्रा करना आसान और सस्ता लगेगा।

पहले भी रेलवे सीनियर सिटीजन को टिकट में छूट देता था, लेकिन कोरोना महामारी के बाद यह सुविधा रोक दी गई थी। अब रेल मंत्रालय ने यह फैसले को दोबारा लागू करने का संकेत दिया है और 50% तक की छूट फिर से शुरू करने का प्लान सामने आया है। इसका फायदा ज्यादातर 60 साल और उससे ऊपर उम्र वाले नागरिक उठा सकेंगे।

रेल सफर आम आदमी की ज़रूरत से जुड़ा है और ऐसे में बुजुर्गों को यह राहत एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इसका मकसद सिर्फ आर्थिक मदद देना ही नहीं, बल्कि उन्हें सुरक्षित और आरामदायक सफर की सुविधा भी देना है।

Senior Citizens Ticket Discount 2025

भारतीय रेलवे ने अपने ताजा ऐलान में जानकारी दी है कि वरिष्ठ नागरिक अब फिर से यात्रा के टिकट पर 50% तक की छूट पा सकेंगे। यह छूट Sleeper, AC Chair Car और AC Class के टिकटों पर लागू होगी। पुरुष यात्रियों के लिए यह सुविधा 60 साल पूरी होने के बाद मिलेगी और महिलाओं के लिए यह सुविधा 58 साल की उम्र से ही मिलने का प्रावधान है।

इस योजना के अंतर्गत, पुरुषों को टिकट की दर पर 40% तक और महिलाओं को 50% तक की छूट दी जाती थी। अब इसे नए नियमों के साथ फिर से लागू किया जा रहा है। इसका फायदा लाखों रिटायर्ड लोग और बुजुर्ग नागरिक सस्ती दरों पर यात्रा करके उठा पाएंगे।

रेल मंत्रालय ने साफ किया है कि यह छूट केवल बेसिक फेयर पर लागू होगी। यानी कि Reservation Charges, GST और अन्य सर्विस चार्ज में कटौती नहीं की जाएगी। इसलिए कुल राशि पर पूरी छूट नहीं होगी, लेकिन वास्तविक टिकट के मूल किराए पर अच्छी-खासी राहत जरूर मिलेगी।

किस योजना के तहत मिल रही है छूट

यह राहत भारतीय रेलवे की ‘Senior Citizen Concession Scheme’ के तहत दी जा रही है। पहले भी यह योजना लागू थी और काफी लोगों ने इसका लाभ उठाया था। परंतु साल 2020 में कोरोना महामारी का हवाला देते हुए इस योजना को रोक दिया गया था। अब सरकार ने यह छूट दोबारा बहाल करने का फैसला किया है।

इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बुजुर्ग जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं या जिनके पास स्थायी आय के साधन नहीं हैं, उन्हें यात्रा करने में परेशानी न हो। रेलवे हर साल लाखों वरिष्ठ नागरिकों को इस छूट का लाभ देता है और इससे उनकी यात्रा आसान हो जाती है।

योजना लागू होने के बाद, जो भी यात्री निर्धारित उम्र के मानक में आते हैं, वे आईडी प्रूफ दिखाकर सीधे टिकट बुकिंग काउंटर या ऑनलाइन IRCTC प्लेटफ़ॉर्म से यह सुविधा ले सकते हैं।

आवेदन और टिकट बुकिंग में छूट कैसे मिलेगी

  • रेलवे टिकट बुक करते समय यात्री को Senior Citizen का विकल्प चुनना होगा।
  • ऑनलाइन बुकिंग पर यह सुविधा लेने के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड जैसे किसी वैध पहचान पत्र की डिटेल भरनी होगी।
  • ऑफलाइन यानी रेलवे काउंटर पर टिकट लेने के लिए भी पहचान प्रमाण दिखाना जरूरी होगा।
  • टिकट पर स्वचालित रूप से छूट जुड़कर किराया कम हो जाएगा।

यात्रा के दौरान TTE यानी टिकट चेकिंग कर्मचारी भी यात्री से आईडी प्रूफ मांग सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि वरिष्ठ नागरिक हमेशा अपने साथ पहचान पत्र रखें।

सरकार और रेलवे का रवैया

रेल मंत्रालय का कहना है कि इस सुविधा को शुरू करने का फैसला सामाजिक कल्याण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बड़ी संख्या में बुजुर्ग नियमित रूप से रेल यात्रा करते हैं और उनके लिए हर सफर में यह बचत बड़ी राहत साबित होती है।

सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस योजना का असर रेलवे की आमदनी पर बहुत ज्यादा नहीं पड़ेगा। बल्कि यह एक सामाजिक दायित्व की तरह है, जिससे लाखों लोग सीधे तौर पर जुड़ते हैं।

रेलवे का आंकड़ा बताता है कि पहले जब यह छूट लागू थी, तो हर साल लगभग 7 करोड़ वरिष्ठ नागरिक यात्री इसका लाभ उठाते थे।

निष्कर्ष

रेलवे का सीनियर सिटीज़न टिकट छूट दोबारा शुरू करना लाखों बुजुर्गों के लिए राहत की बड़ी खबर है। अब वे कम लागत पर यात्रा कर सकेंगे और अपने परिवार से मिलने या किसी जरूरी काम के लिए ज्यादा आसानी से सफर कर पाएंगे। यह कदम समाज के उस हिस्से के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जिसे सबसे ज्यादा सहूलियत की जरूरत होती है।

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