दसवीं पास छात्रों के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चलाती है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बच्चों की पढ़ाई बीच में न रुक जाए। स्कूल से कॉलेज तक की पढ़ाई का खर्चा अक्सर गरीब और मजदूर परिवार नहीं उठा पाते, इसी वजह से कई छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। इस समस्या को हल करने और मेधावी बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें स्कॉलरशिप और आर्थिक सहायता योजनाएं चला रही हैं।
इन्हीं योजनाओं में से एक है दसवीं उत्तीर्ण छात्रों को वार्षिक 12,000 रुपये की आर्थिक सहायता योजना। इस योजना का उद्देश्य उन छात्रों की मदद करना है जिन्होंने अभी 10वीं कक्षा पास की है और 11वीं-12वीं या आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं। हर साल योग्य छात्रों को 12,000 रुपये दिए जाते हैं, जो सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। इस सहायता राशि के जरिए बच्चों की फीस, किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य पढ़ाई संबंधित खर्च पूरे किए जाते हैं।
यह योजना खासकर उन बच्चों के लिए राहत लाती है जिनके परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इसका फायदा मुख्यतः उन छात्रों को मिलता है जिनके परिवार की वार्षिक आय कम है और वे मेधावी हैं।
Class 10th Pass Yojana 2025
दसवीं कक्षा पास होने के बाद अक्सर बच्चे उच्च शिक्षा की ओर बढ़ते हैं, लेकिन इस दौरान सबसे बड़ी समस्या पढ़ाई का खर्च होता है। सरकार ने इसी परेशानी को देखते हुए दसवीं उत्तीर्ण छात्रों को 12,000 रुपये हर साल देने की व्यवस्था की है। यह स्कॉलरशिप अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से चलाई जाती है।
जैसे कि राष्ट्रीय अर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति, प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (PMSS), राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (NMMS) जैसी कई योजनाएं इसमें आती हैं। इनके तहत योग्य छात्रों को 1,000 रुपये प्रति माह यानी सालाना 12,000 रुपये तक दिए जाते हैं। इन योजनाओं का सीधा फायदा उन स्टूडेंट्स को मिलता है जो अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं।
योजना के तहत मिलने वाली राशि छात्रों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए भेजी जाती है। छात्र इस पैसे का उपयोग अपनी ट्यूशन फीस, किताबों, कापियों, कोचिंग या अन्य पढ़ाई से संबंधित जरूरतों पर कर सकते हैं।
इस योजना का उद्देश्य
इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य यह है कि पैसे की कमी के कारण कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न हो। ग्रामीण क्षेत्रों के कई होनहार छात्र आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं, लेकिन अब इस आर्थिक सहायता से वे 12वीं और आगे कॉलेज स्तर की पढ़ाई आसानी से जारी रख सकते हैं।
इसके अलावा यह स्कॉलरशिप बच्चों को प्रोत्साहन भी देती है कि वे मेहनत करें और अच्छे अंक लाकर भविष्य में भी सरकार की अन्य बड़ी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
पात्रता और शर्तें
इस सहायता राशि का लाभ केवल उन्हीं छात्रों को मिलता है जो आवश्यक शर्तें पूरी करते हैं।
- छात्र ने मान्यता प्राप्त स्कूल से दसवीं कक्षा पास की हो।
- परिवार की वार्षिक आय किसी निर्धारित सीमा (जैसे 1.5 से 2 लाख रुपये तक) से अधिक न हो।
- छात्र को स्कूल या बोर्ड की परिक्षा में न्यूनतम योग्य अंक या ग्रेड लाना जरूरी होता है।
- छात्र आगे की पढ़ाई जैसे 11वीं या 12वीं में एडमिशन ले चुका हो।
आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्रों को आवेदन करना होता है। अधिकतर योजनाओं के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन मांगे जाते हैं। आवेदन प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है:
- सबसे पहले छात्र को राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) या राज्य सरकार के संबंधित पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- इसके लिए आधार कार्ड, बैंक खाता, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), और दसवीं की मार्कशीट जरूरी होती है।
- आवेदन फॉर्म भरकर सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करना होता है।
- आवेदन की जांच के बाद अगर छात्र योग्य पाया जाता है तो उसकी सहायता राशि सीधे खाते में भेज दी जाती है।
निष्कर्ष
इस तरह, दसवीं पास विद्यार्थियों के लिए वार्षिक 12,000 रुपये की आर्थिक सहायता योजना एक बड़ा सहारा है। यह स्कॉलरशिप गरीब और मेधावी छात्रों को उनकी पढ़ाई बीच में छोड़े बिना आगे बढ़ने का अवसर देती है। ऐसी योजनाएं न केवल बच्चों का भविष्य संवारती हैं बल्कि देश के शिक्षा स्तर को भी मजबूत बनाती हैं।