बोर्ड एग्जाम 2026 में बड़ा बदलाव – पढ़ाई और परीक्षा का तरीका पूरी तरह बदल गया Board Exam 2026

Published On: September 14, 2025
Board Exam 2026 News

बोर्ड एग्जाम 2026 में सरकार ने बड़े बदलाव लागू किए हैं। अब पढ़ाई और परीक्षा का तरीका पूरी तरह बदल गया है, जिससे छात्रों को ज्यादा सुविधा और कम तनाव मिलेगा। यह जानकारी शिक्षा मंत्रालय और CBSE जैसी सरकारी साइट्स की प्रेस रिलीज़, आधिकारिक नोटिफिकेशन और सरकारी एडवाइजरी पर आधारित है।

बोर्ड एग्जाम 2026 में बदलाव – आसान भाषा में समझें

2026 से देश में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का पूरा तरीका बदल गया है। पहले छात्र केवल एक बार परीक्षा दे सकते थे, लेकिन अब उन्हें साल में दो बार मौका मिलेगा, जिससे वे मार्क्स सुधार सकेंगे।

ये बदलाव नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के हिसाब से किए गए हैं – यानी परीक्षा का दबाव कम, पढ़ाई ज्यादा समझदारी से करनी होगी, और बच्चों को नए पैटर्न के सवाल मिलेंगे।

सरकार का मकसद है कि हर छात्र को पढ़ाई का मजा आए, कोर्स समझ में आए, और कोचिंग या रट्टा मारने की जरूरत कम हो। इन सुधारों से एग्जाम स्टूडेंट-सेंट्रिक हो गया है, जिसमें बच्चों के लिए लचीलापन और अच्छे परिणाम की संभावना है।

बोर्ड एग्जाम 2026 – मुख्य बदलाव

1. साल में दो बार बोर्ड एग्जाम

अब स्टूडेंट्स को बोर्ड एग्जाम देने का मौका दो बार मिलता है – एक बार फ़रवरी में (मैंडेटरी) और दूसरा मई में (ऑप्शनल)। पहले रिज़ल्ट अप्रैल में और दूसरा रिज़ल्ट जून में आएगा।

अगर स्टूडेंट को पहली परीक्षा में अच्छा रिज़ल्ट नहीं मिला, तो वे दूसरी परीक्षा देकर किसी तीन सब्जेक्ट्स में नंबर सुधार सकते हैं। हर बार बेहतर स्कोर वाला रिज़ल्ट मिलेगा। इससे बच्चों का स्ट्रेस कम होगा और उन्हें सुधार का मौका मिलेगा।

2. नया परीक्षा पैटर्न – MCQ सवालों की संख्या अधिक

अब परीक्षा में ज्यादा मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन (MCQ) और ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल होंगे। इससे रट्टा मारने की बजाय बच्चों को समझ के जवाब देना होगा। दुर्बल स्टूडेंट्स को परीक्षा खत्म करने में आसानी होगी और उनमें सोचने-समझने की क्षमता बढ़ेगी।

3. डिजिटल मूल्यांकन व APAAR ID

अब CBSE बोर्ड और अन्य राज्य बोर्ड कुछ विषयों में डिजिटल मार्किंग शुरू करेंगे। यानी बच्चों के आंसर शीट्स ऑनलाइन जांचे जाएंगे, जिससे रिज़ल्ट जल्दी और सटीक आएगा।

साथ ही हर स्टूडेंट को APAAR ID (ऑल पर्पज अकादमिक रिकॅर्ड) अनिवार्य होगा। इससे बच्चों के सभी शैक्षणिक रिकॉर्ड सरकार के पास डिजिटल रूप में रहेंगे, जिससे एडमिशन व रिज़ल्ट्स प्रोसेस आसान हो जाएगी।

4. आवेदन और सुधार की सुविधा

अब प्राइवेट और कम्पार्टमेंट वाले छात्र भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जो पिछली बार फेल हुए या प्रतियोगिता सुधारना चाहते हैं, उनके लिए भी मौके बढ़ गए हैं।

5. इंटरनल असेसमेंट सिर्फ एक बार होगा

भले ही छात्र दो बोर्ड एग्जाम देंगे, लेकिन इंटरनल असेसमेंट (क्लास में टेस्ट, प्रोजेक्ट, असाइन्मेंट) केवल एक बार होगी हर अकादमिक साल में।

6. स्पेशल कैटेगरी नियम

स्पोर्ट्स, विंटर बाउंड स्कूल्स या दिव्यांग बच्चों के लिए भी परीक्षा देने की सुविधा लचीली रहेगी। वो अपनी मर्जी से किसी एक सेशन चुन सकते हैं।

बोर्ड एग्जाम 2026 का संक्षिप्त ओवरव्यू (टेबल)

बदलाव / टर्मविवरण
दो बार एग्जामसाल में दो मौके, Feb & May
रिज़ल्ट कब आएगापहले का अप्रैल, दूसरे का जून
सुधार का मौकातीन विषयों में मार्क्स सुधार सकते
MCQ सवाल ज्यादाऑब्जेक्टिव टाइप ज्यादा
डिजिटल मूल्यांकनकॉपी की जांच ऑनलाइन
APAAR ID अनिवार्ययूनिक अकादमिक पहचान
ऑनलाइन आवेदन सुविधासब छात्रों को
इंटरनल असेसमेंटएक बार ही पूरी अकादमिक साल में
स्पेशल छूटदिव्यांग, खिलाड़ी, विंटर स्कूल के लिए
कोर्स/पढ़ाई फोकससमझदारी व सोच की क्षमता

नए नियम के फायदे

  • स्टूडेंट्स को कम स्ट्रेस: दो बार मौका और रिजल्ट सुधारने की सुविधा से तनाव कम होगा।
  • पढ़ाई में बदलाव: अब घिसी-पिटी रट्टा नहीं, बल्कि सवाल समझकर जवाब देने की आदत बनेगी। इससे पढ़ाई का स्तर बढ़ेगा।
  • Coaching डिपेंडेंसी कम: बोर्ड खुद सरल एवं लचीला पैटर्न अपनाएगा जिससे बाहरी कोचिंग की जरूरत कम होगी।
  • रिज़ल्ट जल्दी मिलेगा: डिजिटल मूल्यांकन से रिज़ल्ट्स काफी जल्दी और सही आएंगे।
  • स्कूलों की सुविधा: ऑनलाइन आवेदन, APAAR ID जैसी तकनीक से स्कूल का काम आसान होगा।
  • हर बच्चे को बराबरी का मौका: स्पेशल नियमों से हर कैटेगरी के बच्चे बराबर सुविधा पा सकेंगे।

तैयारी कैसे करें?

  • दो बोर्ड एग्जाम के लिए पूरे साल की पहुंच बनाएं।
  • MCQ और ऑब्जेक्टिव सवालों पर खास ध्यान दें।
  • स्कूल के टेस्ट, प्रोजेक्ट और इंटरनल असेसमेंट पर फोकस करें।
  • समय रहते ऑनलाइन आवेदन जरूर करें।

बोर्ड एग्जाम 2026 के बदलाव – मुख्य बिंदु (बुलेट लिस्ट)

  • साल में दो बार बोर्ड एग्जाम का मौका मिलेगा।
  • MCQ/ऑब्जेक्टिव Type सवालों का प्रतिशत बढ़ेगा।
  • रिज़ल्ट्स जल्दी और सही – डिजिटल मूल्यांकन की सुविधा।
  • APAAR ID से डिजिटल अकादमिक पहचान जरूरी।
  • ऑनलाइन आवेदन सबको मिलेगा, लेट फीस भी है।
  • इंटरनल असेसमेंट बस एक बार पूरी होगी।
  • विशेष स्कूल और कैटेगरी के बच्चों को लचीलापन मिलेगा।
  • पढ़ाई का पूरा फोकस समझदारी और सोचने की क्षमता पर रहेगा।

Chetna Tiwari

Chetna Tiwari is an experienced writer specializing in government jobs, government schemes, and general education. She holds a Master's degree in Media & Communication and an MBA from a reputed college based in India.

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